Milestones of Indian Cinema – क्या अपने कभी सोचा है, कि वो कौन सी पहली फिल्म थी, जिसमे बॉक्स ऑफिस 1 करोड़ रुपए कमाए थे ? 1943 में ज्ञान मुखर्जी की किस्मत बॉक्स ऑफिस पर 1 करोड़ रुपये की कमाई करने वाली पहली फिल्म थी। अशोक कुमार, मुमताज शांति और शाहनवाज अभिनीत फिल्म ‘किस्मत’ का निर्माण पहली पब्लिक लिमिटेड फिल्म कंपनी बॉम्बे टॉकीज द्वारा किया गया था।
17 साल से अधिक समय के बाद के. आसिफ की ‘मुगल-ए-आज़म’ 5 करोड़ रुपए का आंकड़ा पार करने वाली पहली हिंदी फिल्म थी। इस ऐतिहासिक फिल्म में पृथ्वीराज कपूर ने सम्राट अकबर, दिलीप कुमार ने सलीम और मधुबाला ने अनारकली का किरदार निभाया था। दिलीप कुमार और उस भुतहा रात की कहानी जानने के लिए ‘यहाँ क्लिक’ कीजिये
इंडस्ट्री को 15 और वर्षों तक इंतजार करना पड़ा, जब रमेश सिप्पी की 1975 की ऑल-टाइम-ब्लॉकबस्टर शोले 10 करोड़ रुपए की कमाई करने वाली पहली फिल्म बन गई। अमिताभ बच्चन – धर्मेंद्र – हेमा मालिनी – जया बच्चन स्टारर फिल्म पहली 15 करोड़ रुपए की कमाई वाली फिल्म थी। शोले से जुड़े 101 रोचक किस्सों को जानने ‘यहाँ क्लिक’ कीजिये
2001 में रिलीज़ हुई सनी देओल की ‘गदर – एक प्रेम कथा’ 75 करोड़ रुपए की कमाई कर के सबसे आगे निकल गई । इसके बाद शुरू हुआ ‘खान वर्चस्व’। , हर बड़ी पिक्चर की स्टार कास्ट में सलमान खान (25 और 50 करोड़ रुपए), आमिर खान (100, 125, 150, 175 और 200 करोड़ रुपए) या शाहरुख खान (225 करोड़ रुपए) के नाम होने लगा)
आइये जानते हैं भारतीय सिनेमा की कुछ माइल स्टोन फिल्मों के बारे में।
मुगले-ऐ-आज़म Mughal E Azam
16वीं सदी के एक राजकुमार को एक दरबारी नर्तकी से प्यार हो जाता है और वह अपने सम्राट पिता के साथ युद्ध करता है। ‘मुगल-ए-आज़म’ की रिलीज़ को अभी भी भारतीय उपमहाद्वीप में आज तक जीवन भर की सबसे बड़ी घटना माना जाता है। भारतीय सिनेमा की इस माइल स्टोन फिल्म के टिकट जब मिलने शुरू हुए, तो सिनेमाघर के बाहर कोहराम मच गया।
इंडियन हिस्ट्री की इस सबसे महंगी फिल्म का सबसे लोकप्रिय गाना ‘जब प्यार किया तो डरना क्या’ को लगभग 105 बार बदल के लिखा गया था और गाने में 10 करोड़ खर्च किये गए थे। मधुबाला ने जो आभूषण पहने थे, वो सब असली थे।
यह फिल्म में उसकी सबसे बड़ी परीक्षा थी और वह कई दिनों तक अपनी चोट के साथ बिस्तर पर पड़ी रही। फिल्म मेकिंग के दौरान के. आसिफ भारी कर्ज में थे जिसके चलते उन्होंने क्रेडिट पर पान और सिगरेट भी खरीदे।
मदर इंडिया Mother India
Milestones of Indian Cinema इस मेलोड्रामा में एक गरीबी से ग्रस्त महिला कड़ी मेहनत से अपने बेटों का पालन-पोषण करती है। उसे जीवन के संघर्षों से कोई फर्क नहीं पड़ता और वह हमेशा अपनी सच्चाई पर टिकी रहती है। फिल्म के अंत में यह महिला अपने ही बेटे को उसके गलत काम के लिए गोली मार देती है।
इस फिल्म को अकादमी अवार्ड के लिए भी नॉमिनेट किया गया था। यह भारत का पहला ऑस्कर नामांकन था। यह 1958 में विदेशी भाषा श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ फिल्म के लिए अकादमी पुरस्कार के लिए भारत द्वारा पहली बार प्रस्तुत किया गया था।
फिल्म सिर्फ एक वोट से हार गई। सुनील दत्त और नरगिस के प्यार की कहानी भी यहीं शुरू हुई। फिल्म की शूटिंग के दौरान एक हादसे में सुनील ने नरगिस को आग में जलने से बचाया। दोनों ने एक साल में शादी कर ली। सुनील दत्त और छुपे खजाने की कहानी जानने के लिए ‘यहाँ क्लिक’ करें
शोले Sholay
Milestones of Indian Cinema एक कुख्यात और क्रूर डाकू द्वारा अपने परिवार की हत्या करने के बाद एक पूर्व पुलिस अधिकारी उस हत्यारे को पकड़ने के लिए दो बदमाशों की मदद लेता है। शोले को एक बड़ी हिट होने के बावजूद केवल एक फिल्मफेयर पुरस्कार मिला, लेकिन यह भारतीय सिनेमा के इतिहास में पहली फिल्म थी, जिसने पूरे भारत में 100 से अधिक सिनेमाघरों में 25 साल पूरे होने का जश्न मनाया।
फिल्म का लगभग हर किरदार फेमस है, लेकिन गब्बर उनमे सबसे ऊपर है। अभिनेता ‘अमजद खान’ को फिल्म से लगभग हटा दिया गया था, क्योंकि लेखक ‘जावेद अख्तर’ को गब्बर सिंह की भूमिका के लिए उनकी आवाज बहुत कमजोर लगी थी। शोले के सुपरहिट डायलॉग्स पढ़ने के लिए ‘यहाँ क्लिक’ कीजिये
दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे Dilwale Dulhania Le Jayenge
जब राज यूरोप में सिमरन से मिलता है तो दोनों एक दूसरे को पसंद करने लग जाते हैं। लेकिन जब सिमरन अपनी अरेंज मैरिज के लिए भारत आती है, तो उसको प्यार का एहसास होता है। 13 अप्रैल 2007 तक फिल्म की थिएटर रिलीज़ 600 सप्ताह तक चली।
आदित्य चोपड़ा ‘राज मल्होत्रा’ की भूमिका के लिए Tom Cruise को कास्ट करना चाहते थे, क्योंकि वह चाहते थे कि यह एक इंडो-अमेरिकन फिल्म हो। यह फिल्म यशराज फिल्म्स की 25वीं एनिवर्सरी पर रिलीज हुई थी।
लगान Lagaan
भारत के एक छोटे से गाँव के लोग अपने क्रूर ब्रिटिश शासकों के खिलाफ क्रिकेट के खेल में अपना भविष्य दांव पर लगाते हैं। फिल्म में भारतीय सिनेमा के इतिहास में किसी एक फिल्म में कास्ट किए जाने वाले ब्रिटिश अभिनेताओं की सबसे बड़ी संख्या इस फिल्म में थी। फिल्म का पहला कट 7 घंटे 30 मिनट का था। शूटिंग के आखिरी दिनों में, ब्रिटिश और भारतीय के बीच एक मैच खेला गया, जिसे अंग्रेजों ने जीत लिया।