You are currently viewing भूल भुलैया 2: अक्षय जैसा नहीं, लेकिन अक्षय से कम भी नहीं है कार्तिक का काम।  Bhool Bhulaiyaa 2 review, star cast and story in Hindi
Bhool Bhulaiyaa 2

भूल भुलैया 2: अक्षय जैसा नहीं, लेकिन अक्षय से कम भी नहीं है कार्तिक का काम। Bhool Bhulaiyaa 2 review, star cast and story in Hindi

Spread the love

Bhool Bhulaiyaa 2 के रिलीज़ होते ही दर्शक इसके OTT प्लेटफॉर्म पर रिलीज़ होने का इन्तजार कर रहे थे। फिल्म अब Netflix पर उपलब्ध है और दर्शकों को बेहद लुभा भी रही है। 2007 में अक्षय कुमार और विद्या बालन की फिल्म भूल भुलैया ने लोगों को डराया भी और हंसाया भी। इस तरह भूल भुलैया 2 के निमार्ताओं के लिए एक बेंचमार्क सेट हो चुका था। ऐसे में भूल भुलैया 2 पुरानी फिल्म से बिल्कुल अलग होते हुए भी दर्शकों को बेहद पसंद आ रही है।

भूल भुलैया 2 कास्ट एंड क्रू Bhool Bhulaiyaa 2 Cast & Crew

निर्माता – भूषण कुमार, मुराद खेतानी, किशन कुमार, अंजुम खेतानी
निर्देशक – अनीज़ बज़्मी
लेखक – आकाश कौशिक, फरहाद सामजी
कलाकार – तब्बू, कार्तिक आर्यन, किआरा आडवाणी, राजपाल यादव, संजय मिश्रा
संगीतकार – प्रीतम, तनिष्क बागची, संदीप शिरोडकर

क्या है भूल भुलैया 2 की कहानी Bhool Bhulaiyaa 2 Story in Hindi

Bhool Bhulaiyaa 2 की कहानी शुरू होती है एक हवेली से जहाँ एक उग्र आत्मा को हवेली में रहने वाले ठाकुर का परिवार एक तांत्रिक की मदद से हवेली के एक कमरे में बंद कर देता है। कमरे को तंत्र मंत्र से लॉक कर दिया जाता है। परिवार के अनुसार इस कमरे में कैद आत्मा मंजुलिका है, जो परिवार की बहू अंजुलिका की जुड़वाँ बहन थी। इसके बाद पूरा परिवार हवेली को छोड़ कर चला जाता है।

इसके बाद कहानी 18 साल आगे बढ़ जाती है। ठाकुर की बेटी और अंजुलिका की नन्द रीत की शादी होने वाली है। उसके मंगेतर का नाम सागर है। शादी के पहले वह सोलो ट्रिप पर घूमने एक हिल स्टेशन जाती है, जहाँ उसकी मुलाकात रुहान से होती है। दोनों में दोस्ती हो जाती है। इसी बीच दोनों चंडीगढ़ जाने वाली बस को छोड़ कर एक म्यूजिक कार्निवल अटैंड करने का प्रोग्राम बनाते है। जिस बस से दोनों को जाना होता है उसका एक्सीडेंट हो जाता है और सारे पैसेंजर मारे जाते हैं।

रीत के घरवालों को लगता है कि रीत भी उसी एक्सीडेंट में मर गई है। उन्हें नहीं पता था कि रीत उस बस में नहीं थी। रीत अपनी बहन त्रिशा को फ़ोन करती है लेकिन कनेक्टिविटी की दिक्कत के चलते फ़ोन ढंग से कनेक्ट नहीं हो पता और वह त्रिशा और अपने मंगेतर सागर के बीच हुई बातचीत सुन लेती है। त्रिशा और सागर एक दूसरे से प्यार करते थे। रीत एक प्लान बनाती है कि अगर वह कुछ दिनों तक घरवालों को अपने जिंदा होने के बारे में पता नहीं चलने दें तो घरवाले त्रिशा और सागर की शादी करवा देंगे।

अपने प्लान को अंजाम देने के लिए रीत रुहान के साथ अपने परिवार की पुरानी सुनसान पड़ी हवेली में छुपकर रहने चली जाती है। यह वही हवेली है जहाँ मंजुलिका की आत्मा एक कमरे में कैद है। रीत के परिवार को पता चलता है कि हवेली में कोई घुस गया है। पता चलते ही पूरा परिवार हवेली आ धमकता है और वहां रुहान को पाता है। रुहान उन्हें झूठी कहानी सुनाता है कि उसे मरे हुए लोगों की आत्मा दिखाई देती है और उसे रीत की आत्मा यहाँ लेकर आई है। वह यह भी बताता है कि रीत की इच्छा थी कि सारा परिवार सागर और त्रिशा की शादी तक इसी हवेली में साथ रहे।

पूरा परिवार हवेली में रहने आ जाता है लेकिन रुहान को चेतावनी दे दी जाती है, कि वह मंजुलिका वाले कमरे से दूर रहे। रीत को मंजुलिका वाली बात पर यकीन नहीं था और वह इसे लोगों का भ्रम मानती थी। पूरे गांव में रुहान आत्माओं से बात करने वाले रुहु बाबा के रूप में फेमस हो जाता है। रुहान और रीत एक दूसरे से प्यार करने लगते हैं। एक दिन लोगों से छुपने की कोशिश करते हुए दोनों मंजुलिका के कमरे को खोल देते हैं और मंजुलिका को अनजाने में आजाद कर देते हैं।

रीत की भाभी यानी अंजुलिका को पता चल जाता है कि मंजुलिका की आत्मा आज़ाद हो गई है और रीत जिन्दा है। वह रीत और रुहान को बताती हैं कि मंजुलिका उसकी जुड़वां बहन थी। अंजुलिका जहाँ अपने पिता की बहुत लाड़ली थी, वहीँ मंजुलिका का मन बचपन से ही काले जादू की दुनिया की ओर आकर्षित हो गया था। वह शमशान में अघोरियों के साथ टोने टोटके किया करती थी। मंजुलिका अपनी बहन अंजुलिका से जलती थी क्योंकि सभी उसे पसंद करते थे।

मंजुलिका उदय ठाकुर के बेटे से प्यार करती थी, लेकिन उदय अंजुलिका को पसंद करता था। इस बात से दुखी होकर मंजुलिका पहले अपने पिता का क़त्ल कर देती है, फिर अंजुलिका को मारने की कोशिश करती है। अंजुलिका अपने को बचाने की कोशिश में मंजुलिका को मार देती है। मरने के बाद मंजुलिका की आत्मा उदय ठाकुर पर हमला कर उसे जिंदगी भर के लिए अपाहिज बना देती है। पूरा परिवार तांत्रिक की मदद से मंजुलिका की आत्मा को एक कमरे में बंद कर देता हैं।

धीरे धीरे पूरे गांव और परिवार को पता चल जाता है कि मंजुलिका आजाद हो गई है और अब केवल रुहान ही उनकी मदद कर सकता है क्योंकि लोगों को लगता था कि वह आत्माओं से बात कर सकता है। फिल्म के अंत में खुलासा होता है कि जिसे मंजुलिका की दुष्ट आत्मा समझ कर लोग डर रहे हैं, वह अंजुलिका की आत्मा है जो किसी का बुरा नहीं चाहती और 18 सालों से ठाकुर के परिवार के साथ रहने वाली अंजुलिका ही दरअसल दुष्ट मंजुलिका है।

जिसने धोखे से अंजुलिका को मार दिया था और उसकी आत्मा को मंजुलिका की आत्मा बता कर कमरे में कैद करवा दिया था। अब अंजुलिका की आत्मा मंजुलिका से बदला लेने के लिए उसे उसी कमरे में खुद के साथ कैद कर लेती हैं। मंजुलिका की चीखों और ठाकुर के परिवार, रीत और रुहान के हवेली छोड़ने वाले दृश्य के साथ फिल्म समाप्त हो जाती है।

भूल भुलैया 2 फिल्म क्यों देखें Bhool Bhulaiyaa 2 Review in Hindi

पुरानी भूल भुलैया से बिलकुल अलग

फिल्म पुरानी वाली भूल भुलैया से बिलकुल अलग है। मंजुलिका नाम का किरदार, छोटा पंडित के रोल में राजपाल यादव और दो गाने “तेरी आंखें भूल भुलैया” और “मेरे ढोलना” के अलावा कोई और बात पुरानी वाली फिल्म से मेल नहीं खाती। फिल्म में आत्मा अन्य किरदारों को परेशान करती दिखाई गई है, जबकि पुरानी भूल भुलैया में आत्मा नहीं बल्कि फिल्म के किरदार के दिमाग पर एक कहानी के हुए असर के कारण घटनाक्रम होने लगते हैं।

दमदार अभिनय

बहुत से लोगों का मानना था कि कार्तिक आर्यन तरह फिल्म के साथ न्याय नहीं कर पाएंगे। उनमें अक्षय कुमार वाली बात नहीं है, लेकिन कार्तिक आर्यन ने बेहद कमाल की कॉमिक टाइमिंग के चलते आलोचकों के मुँह बंद कर दिए। बहुत ही कौशल के साथ उन्होंने अपने किरदार को निभाया है। संजय मिश्रा और राजपाल यादव ने कमाल की कॉमेडी की है। तब्बू अपने बेहतरीन अभिनय से दर्शकों को अंत तक बंधे रखती हैं।

कभी डराती कभी हंसाती भूल भुलैया 2 Bhool Bhulaiyaa 2

फिल्म में हॉरर और कॉमेडी दृश्यों का सामंजस्य बहुत अच्छे तरीके प्रस्तुत किया गया है। एक क्षण जो सीन आपको डरा रहा है, दूसरे ही क्षण वही दृश्य हँसाने भी लग जाता है। तब्बू को आत्मा के रूप में दिखने के लिए बहुत शानदार मेकअप किया गया है।

फिल्म की कमियां

फिल्म का क्लाइमेक्स थोड़ा और बेहतर हो सकता था। मंजुलिका का भेद खुलने के बाद फिल्म बहुत जल्दी ख़तम हो जाती है और दर्शक क्लाइमेक्स का मजा नहीं ले पाते। फिल्म का संगीत कुछ ख़ास कमाल नहीं कर पाया। फिल्म में केवल दो ही गाने हैं । कहानी में कुछ बातें खलती है, जैसे रीत के मरने की खबर सुन कर परिवार का कोई भी सदस्य उसकी बॉडी ढूंढने की कोशिश नहीं करता।

इन सब कमियों के बाद भी भूल भुलैया 2 एक फुल एंटरटेनर पैसा वसूल मूवी है। नेटफ्लिक्स पर अपने परिवार के साथ इसे देखने पर दर्शकों को निराशा हाथ नहीं लगेगी।

Read This –

बॉडी शेमिंग जैसे बड़े सामाजिक मुद्दे को प्रभावी ढंग से जिया है किरदारों ने ‘डबल एक्सल’ में

Mili: सर्वाइवल थ्रिलर का जबरदस्त प्लॉट और जाह्नवी कपूर की बेहतरीन एक्टिंग का कॉम्बो

Chup: एक बेरहम साइको किलर जो फिल्म समीक्षकों से लेता है बदला

लाल सिंह चड्ढा: क्या है फॉरेस्ट गंप की असली कहानी, जिसका रीमेक लेकर आए हैं आमिर खान

Leave a Reply