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Laal Singh Chaddha

लाल सिंह चड्ढा: क्या है फॉरेस्ट गंप की असली कहानी, जिसका रीमेक लेकर आए हैं आमिर खान। Laal Singh Chaddha Release date, Cast and full story of Forest Gump in Hindi

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आमिर खान के प्रशंसकों का इंतज़ार अब समाप्त होने जा रहा हैं। चार साल के बाद आमिर खान अपनी फिल्म Laal Singh Chaddha लेकर आ रहे हैं। इससे पहले वे 2018 में रिलीज़ हुई Thugs of Hindustan में नजर आये थे। मिस्टर परफेक्शनिस्ट की आखिरी फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कुछ ख़ास कमाल नहीं कर पाई थी, लेकिन इस बार दर्शकों को इस फिल्म से बहुत उम्मीदें हैं।

लाल सिंह चड्ढा की रिलीज़ डेट Laal Singh Chaddha release date

लाल सिंह चड्ढा की रिलीज़ डेट की घोषणा हो चुकी है। फिल्म को 11 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन रिलीज़ किया जायेगा। फिलहाल फिल्म को सिर्फ थियेटर्स में रिलीज़ किया जायेगा। OTT प्लेटफार्म पर फिल्म को देखने के लिए दर्शकों को थोड़ा इन्तजार करना होगा। फिल्म की शूटिंग 100 से ज्यादा लोकेशंस पर की गई है।

लाल सिंह चड्ढा कास्ट एंड क्रू Laal Singh Chaddha Cast & Crew

निर्माता – आमिर खान, किरण राव, ज्योति देशपांडे, अजित अंधारे, राधिका चौधरी
निर्देशक – अद्वैत चन्दन
लेखक – अतुल कुलकर्णी
कलाकार – आमिर खान, करीना कपूर, नागा चैतन्य, मोना सिंह
संगीतकार – प्रीतम

लाल सिंह चड्ढा हॉलीवुड फिल्म फॉरेस्ट गंप का रीमेक Laal Singh Chaddha remake of Forrest Gump

लाल सिंह चड्ढा 1994 में रिलीज़ हुई हॉलीवुड फिल्म फॉरेस्ट गंप का हिंदी रीमेक है। फॉरेस्ट गंप एक ऑस्कर विनिंग फिल्म है। फॉरेस्ट गंप के राइट्स खरीदने के लिए आमिर खान ने बहुत मेहनत की और 10 साल की कोशिशों के बाद 2018 में इससे राइट्स उन्हें मिल सके। यह एक ऐसे साफ़ दिल इंसान की कहानी है, जिसका IQ आम लोगों से बहुत कम है, लेकिन अच्छी नीयत और किसी भी काम को लगातार करने के हौसले के चलते उसे लगातार सफलता मिलती रहती है।

क्या है फॉरेस्ट गंप की कहानी Story of Forrest Gump in Hindi

फॉरेस्ट गंप फिल्म के पहले सीन में एक युवक बस स्टॉप पर लगी बैंच पर बैठा होता है। तभी एक पंख उड़ता हुआ उसके पैरों के पास आकर गिरता है, जिसे वह उठा कर अपने पास रख लेता है। इसके बाद यह युवक साथ बैठे मुसाफिरों को अपनी कहानी सुनाने लगता है। इस कहानी के अनुसार फारेस्ट गंप नाम के इस युवक का IQ अपनी उम्र के अन्य बच्चों की तुलना में बहुत कम था। इससे साथ ही वह ढंग चल भी नहीं सकता था और डॉक्टर ने उसके पैरों में ब्रेसेस लगा रखे थे।

फॉरेस्ट की मां ने उसे कभी इस बात का अहसास नहीं होने दिया कि वह दूसरे बच्चों से कम बेहतर है। जब स्कूल का प्रिंसिपल फॉरेस्ट को दाखिला देने से यह कहकर मना कर देता है कि फारेस्ट आम बच्चों जैसा नहीं है तो फॉरेस्ट की मां प्रिंसिपल की कुछ नाजायज़ शर्तें मान कर फॉरेस्ट को स्कूल में दाखिला दिलवा देती है।

स्कूल में सभी बच्चे फॉरेस्ट का मजाक उड़ाते थे, लेकिन जैनी नाम की लड़की से उसकी दोस्ती हो जाती है। एक दिन कुछ बदमाश बच्चे फॉरेस्ट को पीटने के लिए उसके पीछे भागते हैं। जैनी के कहने पर फॉरेस्ट पैरों में ब्रेसेस लिए भागने की कोशिश करता है। उसकी कोशिश रंग लाती है और वह इतना तेज भागता है कि सभी को पीछे छोड़ देता है। यहीं से उसे अपने तेज भागने की काबिलियत का पता चलता है।

फॉरेस्ट की तेज रफ़्तार के चलते उसका सेलेक्शन कॉलेज की फ़ुटबाल टीम में हो जाता है। फॉरेस्ट को इस खेल के बारे में सिर्फ इतना पता था कि जब भी बॉल हाथ में आये, उसे तेजी से भागना है। कॉलेज ग्रेजुएशन के बाद वह आर्मी में भर्ती हो जाता है, जहाँ उसकी दोस्ती बबा से होती है। बबा का परिवार झींगों का व्यवसाय करता है और बबा भी इस व्यवसाय को आगे बढ़ाना चाहता है। वह फॉरेस्ट से कहता है कि आर्मी से रिटायर होने के बाद वे दोनों झींगे पकड़ने का व्यवसाय करेंगे।

इसी बीच अमेरिका और वियतनाम में लड़ाई छिड़ जाती है। फॉरेस्ट और बबा को वियतनाम जा कर लड़ने को कहा जाता है। फॉरेस्ट ने जब यह बात जैनी को बताई, तो जैनी उसे कहती है कि वहां जब भी तुम अपने आप को मुसीबत में पाओ, तो हीरो बनने की कोशिश मत करना और वहां से भाग जाना।

वियतनाम में फॉरेस्ट और बबा अपने ऑफिसर लेफ्टिनेंट डैन और कुछ साथियों के साथ मोर्चा संभाले हुए होते हैं, तभी दुश्मन की सेना उन पर भारी हमला शुरू कर देती है। डैन सभी को पीछे हटने का बोलता है और खुद डट कर दुश्मनों का मुकाबला करने लगता है। फारेस्ट को जैनी की बात याद आती है और वह पीछे मुड़ कर भागना शुरू कर देता है। तभी उसे याद आता है कि उसका दोस्त बबा पीछे छूट गया है। वह बार बार बबा की तलाश में युद्ध क्षेत्र की ओर आता है और हर बार किसी न किसी घायल सैनिक को बचा कर ले आता है। उसे बबा भी मिल जाता है लेकिन घायल बबा उसकी गोद में दम तोड़ देता है।

फॉरेस्ट अपने बॉस लेफ्टिनेंट डैन को भी बचा लेता है, लेकिन डैन इस लड़ाई में अपनी दोनों टांगे खो देता है। डैन फॉरेस्ट पर बहुत नाराज होता है, क्योंकि वह इस युद्ध में बहादुरी से लड़ते हुई शहीद हो जाना चाहता था, लेकिन अब फॉरेस्ट की वजह से उसे जिंदगी भर अपाहिज कहलाना पड़ेगा और दूसरो की दया पर जिन्दा रहना पड़ेगा।

फॉरेस्ट को राष्ट्रपति के द्वारा मैडल ऑफ़ ऑनर दिया जाता है। इसी बीच उसे फिर से जैनी मिलती है। जो अब हिप्पी का जीवन बिता रही थी। जैनी उसे अपने कुछ साथियो से मिलवाती है और फिर चली जाती है। फॉरेस्ट सेना में रहते हुए पिंग पांग खेलना शुरू कर देता है। जल्दी ही वह इतना अच्छा खेलने लगता है कि उसे अंतराष्ट्रीय खेलों में हिस्सा लेने चाइना भेज दिया जाता है।

कुछ समय बाद उसे सेना से रिटायर कर दिया जाता है। फॉरेस्ट को बबा से किया हुआ वादा याद था। वह बबा के गाँव जाकर उसकी फैमिली से मिलता है और रिटायरमेंट पर मिले पैसों से एक बोट खरीद कर झींगा पकड़ने का व्यवसाय शुरू कर देता है। यहाँ लेफ्टिनेंट डैन उसके साथ मिलकर काम करने लगता हैं। जल्दी ही दोनों का व्यवसाय अच्छा चल पड़ता है। झींगा व्यवसाय से हुए लाभ में से एक बड़ा हिस्सा वह बबा के परिवार को दे देता है। बबा की मां जो दूसरो के घर खाना बनाया करती है, वह अब बहुत अमीर हो जाती है और उसके पास खुद की एक कुक होती है।

एक दिन फॉरेस्ट को पता चलता है कि उसकी माँ बहुत बीमार है। यह सुनते ही वह सब कुछ डैन को सौंप कर मां के पास अपने घर वापस आ जाता है। कुछ दिनों में उसकी मां का निधन हो जाता है। इसी बीच फारेस्ट को डैन का खत मिलता है, जिसमे डैन उसे बताता है कि उसने फॉरेस्ट का सारा पैसा फ़ोन बनाने वाली कंपनी में लगा दिया है और अब उसे कभी भी पैसे की कमी नहीं होगी। फॉरेस्ट अब एक अरबपति बन चुका होता है, लेकिन जैनी को बहुत मिस करता है।

एक दिन जैनी उसके पास वापस आती है लेकिन कुछ दिन बिताने के बाद वापस उसे छोड़ कर चली जाती है। इस बाद से दुखी होकर वह भागने लगता है। वह कई दिनों तक लगातार भागता रहता हैं और फिर से बहुत फेमस हो जाता है। धीरे धीरे उसके पीछे बहुत सारे लोग भागने लगते हैं। लोगो को लगता है कि वह किसी ख़ास उद्देश्य के लिए भाग रहा है, जबकि वह तो सिर्फ इसलिए भाग रहा था, क्यूंकि उसका मन कर रहा था। 3 साल तक लगातार भागने के बाद एक दिन वह रुक जाता है और घर वापस आ जाता हैं।

घर वापस आने पर उसे जैनी का खत मिलता है। जैनी उससे मिलना चाहती थी। फॉरेस्ट जैनी के पास जाता है, जहाँ जैनी उसे अपने बेटे से मिलवाती है और बताती है कि यह फॉरेस्ट का ही बेटा है। जैनी और उसका बेटा फॉरेस्ट के साथ उसके घर आ कर रहने लगते है। जैनी और फॉरेस्ट शादी कर लेते हैं और उनकी शादी में डैन भी आता है। डैन भी शादी कर चुका है। वह भी अब बहुत अमीर है और नकली पैर लगवा चुका है।

कुछ दिनों के बाद एक अज्ञात बीमारी से जूझ रही जैनी मर जाती है और फॉरेस्ट अपने बेटे के साथ उस घर में अकेला रहने लगता है। फॉरेस्ट का बेटा बहुत इंटेलीजेंट है। फिल्म के अंत में दिखाया जाता है कि फॉरेस्ट अपने बेटे को स्कूल बस तक छोड़ने आया है, ठीक उसी तरह जिस तरह से फॉरेस्ट की मां उसे छोड़ने आया करती थी।

इस तरह बहुत कम IQ होने के बाद भी फॉरेस्ट गंप को हमेशा सफलता मिलती रहती है। सबसे पहले वह बहुत फेमस फ़ुटबाल प्लेयर बनता है, फिर आर्मी से बहुत बहादुरी से अपने साथियोँ की जान बचा कर राष्ट्रपति से पुरस्कार प्राप्त करता है। फिर पिंग पांग का इंटरनेशनल प्लेयर बन जाता है। झींगा व्यवसाय शुरू करके बहुत पैसा कमाता है। फ़ोन बनाने वाली कंपनी से बहुत लाभ कमाता है और अंत में 3 साल तक लगातार भाग कर पूरी दुनिया में फेमस हो जाता है। उसे हमेशा सफलता इसलिए मिलती है, क्योंकि वह हर काम बड़ी मेहनत और लगन से करता है।

कैसे देखे फॉरेस्ट गंप Where to watch Forrest Gump

फिल्म OTT प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है और नेटफ्लिक्स पर हिंदी में देखी जा सकती है।

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