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क्या है RRR फिल्म की कहानी, कलाकारों की फीस और कैसे पड़ा ‘आरआरआर’ नाम RRR Story, Star Cast Fees and full information in Hindi

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राजमौली की फ़िल्म आरआरआर ने एक बार फिर से तहलका मचा दिया है इस बार ऑस्कर अवार्ड समारोह में फ़िल्म के गानेनाटूनाटूगाने को बेस्ट ओरिजिनल सॉंग अवार्ड मिला है

RRR Box Office Collection – 950 करोड़ का कारोबार कर धूम मचा देने वाली फिल्म RRR ने बॉक्स ऑफ़िस पर तूफ़ान ला दिया था। यह फिल्म 1920 के दशक में दो क्रांतिकारियों अल्लूरी सीताराम राजू और कोमाराम भीम की अंग्रेजी हुकूमत और हैदराबाद के निज़ाम के खिलाफ लड़ी गई आज़ादी की लड़ाई पर आधारित है। फिल्म को बनाने में 400 करोड़ रूपये खर्च हुए हैं। जिसका प्रमुख कारण है इसके प्रमुख कलाकारों की महंगी फीस। आइये जानते हैं फिल्म की स्टार कास्ट, कलाकारों द्वारा चार्ज की गई फीस, फिल्म का नाम ‘आरआरआर’ रखने की वजह और फिल्म की कहानी।

फिल्म की स्टार कास्ट RRR Star Cast

निर्देशक – एसएस राजमौली
निर्माता – डि.वी.वी. दनय्या
कहानी – केवी विजयेन्द्र प्रसाद
अभिनेता – जूनियर एनटीआर, राम चरण, आलिया भट्ट, अजय देवगन
संगीतकार – एमएम कीरावणी

‘आरआरआर’ स्टार कास्ट फीस – RRR Star Cast Fees

राम चरण

अल्लूरी सीताराम राजू का किरदार राम चरण (Ram Charan ) ने निभाया है। इन्होने रम्पा विद्रोह आंदोलन की शुरुआत की थी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इन्होने फिल्म के लिए 45 करोड़ रूपये चार्ज किये हैं।

जूनियर एनटीआर

फिल्म में कोमाराम भीम की भूमिका जूनियर एनटीआर ने निभाई है। जूनियर एनटीआर (Junior NTR) गोंडा जनजाति के एक क्रांतिकारी नेता के रूप में दिखाई दिए गए हैं जिन्होंने ब्रिटिश और निज़ामी हुकूमत के विरुद्ध आवाज उठाई थी। फिल्म के लिए जूनियर एनटीआर ने भी लगभग 45 करोड़ ही चार्ज किये हैं।

अजय देवगन

अजय देवगन (Ajay Devgan) ने फिल्म में एक छोटा सा रोल किया है। इस रोल के लिए उन्होंने सात दिन शूटिंग की थी और लगभग 35 करोड़ की फीस ली थी।

आलिया भट्ट

आलिआ भट्ट (Alia Bhatt) फिल्म में केवल 20 मिनट के लिए नजर आई हैं। उन्होंने अल्लूरी सीताराम की मंगेतर का किरदार निभाया हैं। अपने छोटे से रोल के लिए उन्होंने 9 करोड़ रूपये की फीस ली है।

एसएस राजामौली

फिल्म के निर्देशक एसएस राजामौली (SS Rajamouli) फीस में कुल प्रॉफिट का 30 प्रतिशत हिस्सा लेंगे।

श्रिया सरन

श्रिया सरन (Shriya Saran) को फिल्म के लिए केवल 1 करोड़ रूपये मिले हैं। वे फिल्म में अल्लूरी सीताराम की माँ सरोजिनी के रूप में नजर आई हैं।

ऑलिविया मॉरिस

ऑलिविया मॉरिस (Olivia Morris) एक ब्रिटिश एक्ट्रेस हैं। फिल्म में वे जेनिफर के रूप में दिखी हैं और उन्होंने भी फिल्म के लिए 1 करोड़ रुपये चार्ज किये हैं।

RRR की फुल फॉर्म – What is the full form of RRR

पहले एक्टर राम चरण, जूनियर एनटीआर और निर्देशक राजामौली के R को जोड़कर RRR बनाया गया और सिर्फ फिल्म के प्रोमोशंस के दौरान RRR टाइटल को हैश टैग करने का आईडिया था। लेकिन जल्दी ही यह टाइटल लोगों में बहुत लोकप्रिय हो गया और फिल्म का नाम ही RRR रख दिया गया।

‘आरआरआर’ का मतलब राइज रोर रिवोल्ट है। तमिल भाषा में फिल्म का पूरा नाम ‘रौद्रम्, रणम् रुधिरम्’ (Roudram, Ranam, Rudhiram) है।

आरआरआर की कहानी – RRR Story in Hindi

बाहुबली के डायरेक्टर एसएस राजामौली ने फिल्म को डायरेक्ट किया हैं। फिल्म की कहानी शुरू होती है 1920 के दशक के ब्रिटिशकालीन दौर से। आदिलाबाद के जंगलों में गोंड जन्जाति रहती थी। एक दिन एक अंग्रेज और उसकी पत्नी गोंड जाति की बच्ची मल्ली को जबरदस्ती दिल्ली ले आते हैं। गोंड जाति का रखवाला भीम इस बच्ची की छुड़ाने की जिम्मेदारी लेता है। जैसे ही अंग्रेजों को पता चलता है भीम नाम का खतरनाक यौद्धा बच्ची को छुड़ाने आ रहा हैं, तो वे एक बहादुर पुलिस अफसर राम को भीम को गिरफ्तार करने की जिम्मेदारी सौंप देते हैं।

इसी बीच भीम और राम एक दूसरे से मिलते हैं और गहरे दोस्त बन जाते हैं। दोनों को एक दूसरे के मंसूबों के बारे में पता नहीं होता और दोनों एक दूसरे पर जान छिड़कते हैं। जहां भीम का मकसद बच्ची को बचाना है, वही राम का मकसद उस बच्ची के रखवाले यानि भीम को गिरफ्तार करना हैं। ऐसे में जब दोनों दोस्तों को एक दूसरे की सच्चाई का पता चलता है, तो वो किस तरह अपने लक्ष्य में कामयाब होते हैं, इसी कहानी को फिल्म में बड़ी खूबसूरती के साथ दिखाया गया है।

कौन थे असली सीताराम राजू और कोमाराम भीम ? Who was Alluri Sitarama Raju/Who was Komaram Bheem

1987 में विशाखापट्टनम में जन्मे सीताराम राजू 1922 से 1924 तक रम्पा आंदोलन का नेतृत्व किया और अंग्रेजों के खिलाफ आवाज उठाई। अंत में अंग्रेजों ने इन्हे पकड़ लिया और पेड़ के साथ बांधकर गोलिओं से भून दिया। वहीं कोमाराम भीम का जन्म 1900 में आदिलाबाद में हुआ। बड़े होने पर भीम ने निज़ाम और अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह की शुरुआत कर दी। अपने साथियोँ के साथ उन्होंने गोरिल्ला युद्ध शुरू कर दिया। आज़ादी की लड़ाई लड़ते लड़ते वे शहीद हो गए।

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