Meena Kumari and Dakait – हिंदी सिनेमा की ट्रेजडी क़्वीन मीना कुमारी के प्रशंसकों में केवल भारतीय समाज के सभ्य नागरिक ही नहीं, बल्कि डकैत भी थे। एक बार वे फिल्म पाकीजा की शूटिंग के लिए मध्यप्रदेश के शिवपुरी इलाके में थी। यह इलाका एक समय में डकैतों की वजह से जाना जाता था। रात के समय जब वे क्रू मेंबर्स और फिल्म के डायरेक्टर कमाल अमरोही के साथ एक सुनसान सड़क से जा रहीं थी, तभी इनकी गाड़ियों में से एक गाड़ी का पेट्रोल ख़त्म हो गया। क्रू ने सभी गाड़ियां सड़क के किनारे लगा खड़ी कर दी और विचार करने लगे कि अब क्या करना चाहिए ?
डकैतों से सामना Meena Kumari and Dakait
सभी लोग विचार विमर्श कर ही रहे थे कि तभी इनकी गाड़ियों को कुछ हथियार बंद लोगों ने घेर लिया। फिल्म के क्रू को यह समझते देर नहीं लगी कि वे डाकुओं के बीच फंस गए हैं। कमाल अमरोही ने मौके की नजाकत को समझते हुई डाकुओं से कहा कि अपने सरदार से कहो कि वे हमसे गाड़ी में आकर मिले।
डकैतों का सरदार Dakait Leader
थोड़ी ही देर में सिल्क का कुर्ता और पजामा पहने डकैतों का सरदार उनके सामने आ गया। सरदार ने कमाल अमरोही से पूछा कि तुम लोग कौन हो ? कमाल अमरोही ने बताया कि वे लोग शूटिंग करने आये हैं। सरदार को लगा कि यह सब पुलिस वाले हैं और शूटिंग मतलब एनकाउंटर करने आये हैं। वह आग बबूला होने लगा। कमाल समझ गए कि डाकू उन्हें पुलिस वाला समझ रहे हैं। उन्होंने तुरंत बात सँभालते हुई कहा कि वे पुलिस वाले नहीं हैं। वे तो फिल्म की शूटिंग करने आये हैं और दूसरी गाड़ी में फिल्म की हीरोइन मीना कुमारी बैठी हैं।
यह सुनते ही सरदार के चेहरे के भाव बदल गए। यह डाकू अपने समय का सबसे कुख्यात डकैत अमृत लाल था। अमृत लाल दरअसल मीना कुमारी का जबरदस्त फैन था। जब उसे पता चला कि मीना कुमारी भी साथ में हैं, तो वह अड़ गया कि मीना कुमारी से उसे मिलवाया जाये। जब उसे आश्वासन मिला गया कि उसे मीना कुमारी से मिलवाया जायेगा तो उसकी ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा। उसने सभी क्रू मेंबर्स के लिए खाने पीने का बंदोबस्त किया और गाड़ियों में पेट्रोल भी भरवा दिया।
डकैत की शर्त Meena Kumari and Dakait
जब क्रू जाने लगा तो, अमृत लाल फिर कमाल अमरोही के पीछे पड़ गया। उसने कहा कि जब तक उसकी मुलाकात मीना कुमारी से नहीं करवाई जाती, वह तब किसी को भी नहीं जाने देगा। आखिर में सरदार की मुलाकात मीना कुमारी से करवाई गई।
मीना कुमारी को उठाना पड़ा चाकू Meena Kumari and Dakait
सरदार मीना कुमारी के ऑटोग्राफ लेना चाहता था लेकिन जब कागज़ और कलम उपलब्ध नहीं हो पाई तो उसके चाकू निकाल कर मीना कुमारी के सामने रख दिया और उनसे कहने लगा कि वे चाकू से उसके हाथ पर खुद का नाम लिख दें। मीना कुमारी पहले तो डर गईं, लेकिन फिर क्रू मेंबर्स और खुद की रिहाई की खातिर उन्होंने डाकू की शर्त मान ली। उन्होंने चाकू उठाया और दस्यु अमृत लाल के हाथ पर खुद का नाम चाकू की नोक से गोद कर लिख दिया।
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