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नवाजुद्दीन सिद्दीकी के डायलॉग्स, जैसे बन्दूक से निकली गोली | Nawazuddin Siddiqui Ke Dialogue In Hindi

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Nawazuddin Siddiqui Ke Dialogue नवाजुद्दीन सिद्दीकी एक भारतीय अभिनेता हैं, जो बॉलीवुड हिंदी सिनेमा में अपने शानदार के लिए जाने जाते हैं। एट्टीट्यूड और कॉन्फिडेंस के साथ अपने किरदार में ढल जाने वाले नवाजुद्दीन का एक एक डायलॉग दिल में उतर जाता है। उनका जन्म 19 मई 1974 को बुढ़ाना, उत्तर प्रदेश में हुआ था। वह राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के पूर्व छात्र रहे हैं।

सिद्दीकी का बॉलीवुड डेब्यू वर्ष 1999 में सरफरोश में हुआ था। बाद में 2003 में उन्होंने संजय दत्त की फिल्म मुन्नाभाई एमबीबीएस में एक जेबकतरे की भूमिका निभाई। नवाजुद्दीन सिद्दीकी की कुछ बेहतरीन फिल्में मांझी: द माउंटेन मैन (2015 रिलीज), गैंग्स ऑफ वासेपुर (2012 रिलीज), द लंचबॉक्स (2013), रमन राघव 2.0 (2016), बदलापुर (2015), कहानी (2012), बजरंगी भाईजान (2015), तलाश (2012) है।

आज की पोस्ट में नवाजुद्दीन के कुछ बेहतरीन डायलॉग्स के बारे में जानेंगे।

किक Nawazuddin Siddiqui Dialogue Kick

  • कोई उम्मीद बर नहीं आती, कोई सूरत नज़र नहीं आती… मौत तो एक दिन मुअय्यन है, नींद रात भर क्यों नहीं आती… पहले आती थी हाल-ए-दिल पे हंसी, अब किसी बात पर नहीं आती।
  • पैदा तो मैं भी शरीफ हुआ था… पर शराफत से अपनी कभी नहीं बनी।
  • एक एक पैसा गिन लेना थूक लगा के… ये हो ना हो हम तो ट्रेडिशनल कमीने लोग हैं।
  • जिसे जिंदगी की परवाह होती है… मां कसम मारने का मजा उसी को आता है।

मांझी: द माउंटेन मैन Nawazuddin Siddiqui Dialogue Manjhi

  • भगवान के भरोसे मत बैठिए… क्या पता भगवान हमरे भरोसे बैठा हो।
  • शानदार, ज़बरदस्त, ज़िंदाबाद।
  • जब तक तोड़ेंगे नहीं… तब तक छोड़ेंगे नहीं।
  • तोहर को इतना चाहते हैं, इतना चाहते हैं, इतना चाहते हैं, इतना चाहते हैं…कितना चाहते हैं का बताएं… सीना चीर कर के दिखाए बजरंगबली जैसा?
  • इतना प्यार करते हैं, इतना प्यार करते हैं तोहरा के… इतना की कोई पहाड़ रोक ना सके… इतने के आसमान में समा ना सके… इतना की कोई सोच भी ना सके।

जीनियस Famous Dialogues Of Nawazuddin Siddiqui

  • जान देने की चीज नहीं है… लेने की होती है।
  • दिल को राष्ट्रीय खेल घोषित कर देना चाहिए… सब खेलते हैं इसके साथ।

गैंग्स ऑफ वासेपुर II Nawazuddin Siddiqui Dialogue Gangs Of Wasseypur

  • बाप का, भाई का सबका बदला लेगा रे तेरा फैजल।
  • तुमको याद कर के हाथ दुख गया हमारा।
  • ये धंधे में दो चीजों पर कभी भरोसा नहीं करना चाहिए… एक तो खुद से पहले होने वाले खौफ पे… और दूसरा किसी के साथ पे।

रईस Nawazuddin Siddiqui Dialogue Raees

  • रईस का और मेरा रिश्ता बड़ा अजीब है… पास रह नहीं सकता और साला दूर जाने नहीं देता।
  • एक दिन नाक में नकेल डालकर खींच के लेके जाऊंगा तुझे मैं यहां से।
  • पाबंदी ही बगावत की शुरुआत है।

फ्रीकी अली

  • खेल कोई भी हो… हम गरीब लोग या तो जीतते हैं… या सीखते हैं… हारते कभी नहीं।
  • जीत में तो हर आदमी साथ देता है… साथी तो वो है जो हार में भी साथ दे।
  • कफन में पॉकेट नहीं होता और ऊपर अकाउंट ट्रांसफर नहीं होता।
  • शराब पिलाने वाला बंदा अच्छा होता है… लेकिन जरूरत से ज्यादा शराब पिलाने वाला?
  • तू अलग अलग पैदा होता न … तो आज चार पांच भाई बहन होते तेरे … तेरे पे चार पहिये लगा दूं न … तो नैनो कार लगे।
  • बंदा जो है ना, इश्क जो है कैटरीना कैफ से कर सकता है…मोहम्मद कैफ से नहीं।

बजरंगी भाईजान Nawazuddin Siddiqui Ke Dialogue

  • नफरत बड़ी आसानी से बिक जाती है… लेकिन मोहब्बत।

बाबूमोशाय बंदूकबाज Nawazuddin Siddiqui Ke Dialogue

  • हम तो आउटसोर्सिंग करते हैं… यमराज के लिए।
  • बकचोदी करना एक बात है … और दूसरे की आंख में आंख डालकर उसके छाती में गोली दागना
  • दूसरी बात है … फटके हाथ में आ जाती है।
  • फ्री में थोड़ी ना मारेंगे… एक एक का पैसा मिला है।
  • आदमी तो करके भूल जाता है पर उसका किया कहीं नहीं जाता… घूम कर एक दिन उसके सामने जरूर आता है।

ठाकरे Best Dialogues Of Nawazuddin Siddiqui

  • मैं सही हूं या गलत इसका फैसला आप नहीं देश की जनता करेगी… क्योंकि सबसे ऊपर मैं एक ही अदालत को मानता हूं… और वो है जनता की अदालत।
  • जिस रंग की गोली मुझे छूके गुजरेगी… वो रंग इस देश से हमेशा के लिए मिट जाएगा।
  • आज के डूबते हुए सूरज के अँधेरे से मैं नहीं डरता… कल का उगता हुआ सूरज आसमान को फिर से केसरिया बना देगा।
  • आदमी की ताकत और उसकी हिम्मत, उसकी रोटी कितने इंच की है इससे तय नहीं कि जाती… उसकी ताकत होती है उसके दिमाग में।
  • भीख मांगे से अच्छा है गुंडा बनकर अपना हक छीनना।
  • मेरे हिसाब से दो ही लोकतंत्र है… एक वो जिस में सहना है, चुप रहना है… या वो जिस में सहना नहीं है, कहना है।

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