फिल्म 'शोले' से जुड़ी रोचक बातें

फिल्म के प्रमुख किरदारों का नाम जय -वीरू सलीम ने अपने पुराने साथियों के नाम पर रखा था।  जय और वीरू सलीम खान के दोस्त थे और कॉलेज में साथ पढ़ा करते थे।

सलमान खान के नाना यानि सलीम खान के ससुर जी का नाम बलदेव सिंह था।  सलीम इस नाम से इतने इम्प्रेस थे कि उन्होंने ठाकुर का नाम अपने ससुर के नाम पर रख दिया।

शोले का सूरमा भोपाली कैरेक्टर भोपाल के एक वन अधिकारी से प्रभावित था। इनका नाम सूरमा था।  कुछ रिपोर्ट्स में ऐसा कहा गया है, कि असली सूरमा ने कई बार गुस्से में मीडिया को धमकी दी, क्यूंकि वे लोगों द्वारा उन्हें लकड़हारा (Wood Cutter ) कह कर चिढ़ाने से नाराज थे।

शोले के अंग्रेज़ों के जमाने के जेलर यानि असरानी को अडोल्फ हिटलर और चार्ली चैपलिन के हावभाव को मिक्स करके दिखाने का आईडिया जावेद अख्तर का था।  उन्होंने असरानी को अडोल्फ हिटलर पर लिखी एक बुक लाकर दी, जिसमे हिटलर की द्वितीय विश्वयुद्ध की कई तस्वीरें थी। 

फिल्म में गब्बर के रोल के लिए पहली पसंद डैनी डेंजोगप्पा थे। लेकिन उन्होंने इस फिल्म के लिए इंकार कर दिया, क्योंकि वे उस समय फ़िरोज़ खान की फिल्म धर्मात्मा की शूटिंग में व्यस्त थे।  इसके बाद फिल्म के लिए अमजद खान को चुना गया

वीरू और बसंती के रोमांटिक सीन्स की शूटिंग के टाइम धर्मेंद्र लाइट सँभालने वाले लड़को को जानबूझ कर कुछ गड़बड़ करने के लिए कहते थे, ताकि सीन को दोबारा से शूट करने पड़े और वे हेमा मालिनी के साथ फिर से कुछ वक्त गुजार सके। 

ट्रैन डकैती वाला सीन शूट होने में लगभग 7 सप्ताह का समय लग गया था। यह सीन बॉम्बे पूना ट्रैन रूट पर पनवेल के पास शूट किया गया था।

शोले से जुडी अन्य रोचक बातें जानने के लिए यहाँ क्लिक करें