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Shammi kapoor and Mohammad Rafi Best Musical Jodi – क्या हुआ जब शम्मी की गैर मौजूदगी में 1 गाना हो गया रिकॉर्ड ?

Shammi kapoor and Mohammad Rafi

Shammi kapoor and Mohammad Rafi – शम्मी कपूर से पहले की सभी सितारे गानों में एक ही जगह पर खड़े रह कर अभिनय करते थे और डांस नाम मात्र का करते थे। चाहे वह एवरग्रीन देव साहब हो, ट्रेजडी किंग दिलीप कुमार या शोमैन राज कपूर।

शम्मी कपूर ने भारतीय सिनेमा के एक ऐसे दौर की शुरुआत की, जहां से हीरो एक्टिंग के साथ डांस भी करने लगा। शम्मी जितने अच्छे अभिनेता थे, उतने ही अच्छे डांसर भी थे। इसके साथ ही उन्हें म्यूजिक की भी बहुत अच्छी समझ थी।

रफ़ी साहब थे शम्मी कपूर की आवाज – Shammi kapoor and Mohammad Rafi

शम्मी कपूर को The Shammi Kapoor बनाने में रफ़ी साहब का बहुत बड़ा योगदान था। शम्मी कपूर के सभी सुपरहिट गाने रफ़ी साहब ने गए हैं। Rafi Sahab फिल्मों में गाने अभिनेता को ध्यान में रख कर गाते थे। वहीं शम्मी भी अपनी फिल्मों के म्यूजिक के लिए इस कदर दीवाने थी कि अपनी फिल्मों के गाने की रिकॉर्डिंग के समय वे खुद रिकार्डिंग थिएटर में उपस्थित रहते थे। Shammi kapoor and Mohammad Rafi ने बहुत से हिट गानों में साथ काम किया है।

शम्मी की गैर मौजूदगी में गाना हो गया रिकॉर्ड ? Shammi kapoor and Mohammad Rafi

An Evening in Paris के एक गाने ‘आसमान से आया फरिश्ता’ के लिए जब रिकॉर्डिंग की डेट फाइनल हुई, तो उस समय शम्मी कपूर विदेश गए हुए थे। म्यूजिक डायरेक्टर Shankar Jaikishan  ने शम्मी कपूर की अनुपस्थिति में यह गाना मोहम्मद रफ़ी से रिकॉर्ड करवा लिया। जब शम्मी वापस आए और उन्हें पता चला कि उनकी अनुपस्थिति में शंकर जयकिशन ने गाना रिकार्ड कर लिया, तो वे आग बबूला हो गए और दोनों पर चिल्लाने लगे। शंकर जयकिशन ने कहा कि पहले गाना सुन तो लो।

(Shammi kapoor and Mohammad Rafi) जैसे ही शम्मी कपूर ने गाना सुना तो वे दंग रह गए। मोहम्मद रफ़ी ने गाना बिलकुल वैसा ही गया, जैसा कि शम्मी कपूर चाहते थे। शम्मी रफ़ी साहब के पास पहुंचे और पूछा, “रफ़ी साहब आपने बिलकुल वैसा कैसे गा दिया, जैसा मुझे चाहिए था? जबकि मैं तो विदेश में था।”

रफ़ी साहब ने मुस्कुराते हुए कहा कि उन्होंने सोचा शम्मी कपूर गाने में कैसे डांस करेंगे। पहली लाइन ‘आसमान से आया फरिश्ता’ पर हाथ ऐसे ऊपर करेंगे, फिर दूसरी लाइन पर ऐसे दूसरा हाथ उठाएंगे और फिर ‘जानेमन’ पर दोनो हाथ और पैर उठा देगें। बस यही ध्यान में रखकर गाना गा दिया।”

शम्मी कपूर ने पकड़ी पंचम की चोरी – Shammi kapoor and Mohammad Rafi

Teesri Manzil अपने समय की ब्लॉकबस्टर मूवी थी। इस फिल्म के म्यूजिक डायरेक्टर थे पंचम यानी R D Burman। शम्मी कपूर शुरू में पंचम को बतौर म्यूजिक डायरेक्टर तीसरी मंजिल में लेने के लिए मान नही रहे थे। उन्होंने ज्यादातर Shankar Jaikishan  और OP Nayyar की साथ ही काम किया था। नासिर हुसैन के कहने पर वे पंचम से मिलने के लिए तैयार हुए।

मीटिंग शुरू होते ही पंचम ने ‘दीवाना मुझसा नही’ गाने की धुन शम्मी कपूर को सुनाई। यह दरअसल एक नेपाली गाने की धुन थी। शम्मी ताड़ गए कि धुन चोरी की है, क्योंकि उन्होंने यह नेपाली गाना सुन रखा था। जैसे ही पंचम ने पहली लाइन गाई, शम्मी ने दूसरी लाइन को नेपाली भाषा में पूरा कर दिया और बोले कि चोरी करते हो।

पंचम घबरा कर रूम से बाहर भाग गए और नासिर हुसैन को बोले कि वे शम्मी के साथ काम नहीं करेंगे, क्योंकि उन्हें म्यूजिक की बहुत समझ है। नासिर ने समझाया कि शम्मी को कोई ऐसी धुन सुनाओ जो तुम्हारी अपनी हो। पंचम वापस अंदर आए और शम्मी कपूर को ‘ओ मेरे सोना रे’ की धुन सुनाई, जो शम्मी को बेहद पसंद आई।

‘ओ मेरे सोना रे सोना’ में क्यों हुआ सोना शब्द का प्रयोग ? Shammi kapoor and Mohammad Rafi

तीसरी मंज़िल के गाने ‘ओ मेरे सोना रे सोना’ गाने के बोल पहले कुछ और थे। जिन्हे बाद में शम्मी कपूर की सलाह पर बदल दिया गया। तीसरी मंजिल की शूटिंग के दौरान शम्मी की पत्नी गीता बाली का निधन हो गया। शम्मी तीन महीने तक शूटिंग से बाहर रहे। जब वे वापस से और इस गाने के बोल सुने तो उन्हें बोल पसंद नही आया। उन्होंने शुरू मजरूह सुल्तानपुरी को गाने के शुरू की दो लेने बदलने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि कुछ ऐसी लाइनों के साथ गाना शुरू हो जो बहुत स्ट्राइकिंग हो।

जब मजरूह को कुछ नए शब्द नहीं मिले तो शम्मी कपूर ने कहा कि क्यों न गाने के बोल इस तरह रखे जाए। ‘ओ मेरे सोना रे सोना रे सोना रे, दे दूंगी जान जुदा मत होना रे’ इसी के साथ गाने को इसकी नई शुरुआत मिल गई।

सोना शब्द को गाने में लेने का आइडिया शम्मी कपूर को कहां से आया, इसकी कहानी भी बड़ी मजेदार है। शम्मी कपूर को रेसकोर्स जाने का शौक हुआ करता था। वहां एक शख्स से इनकी अक्सर मुलाकात होती थी, जो उम्र में शम्मी से बड़े थे और बहुत प्यार से शम्मी को सोना कहकर बुलाते थे।

उनके हर वाक्य में शम्मी के लिए सोना शब्द का उपयोग होता था, जैसे कैसे हो सोना, कहां जा रहे हो सोना । जब वे शम्मी को सोना बोलते तो उन्हें बड़ा अच्छा लगता था। बस यही सोना उनके दिमाग में बस गया था और उन्होंने मजरूह को गाने की शुरुआत ओ ‘मेरे सोना’ से करने की सलाह दे डाली।

मोहम्मद रफ़ी और शम्मी कपूर के हिट गाने – Shammi kapoor and Mohammad Rafi Songs in Hindi

Shammi kapoor and Mohammad Rafi के कुछ हिट गाने इस प्रकार हैं –

  • ये चाँद सा रोशन चेहरा – कश्मीर की कली
  • बार बार देखो – चाइना टाउन
  • या अल्लाह या अल्लाह दिल ले गई – उजाला
  • तुमसे अच्छा कौन हैं – जानवर
  • बदन पे सितारे लपेटे हुए – प्रिंस
  • दिल के झरोखे में – ब्रम्हचारी
  • अहसान तेरा होगा मुझ पर – जंगली
  • आवाज देके हमें तुम बुलाओ – प्रोफ़ेसर
  • आसमान से आया फरिश्ता – एन इवनिंग इन पैरिस
  • इस रंग बदलती दुनिया में – राजकुमार
  • तुम मुझे यूं भुला न पाओगे – पगला कहीं का
  • बद्तमीज कहो या कहो जानवर – बद्तमीज़
  • दीवाना मुझसा नहीं इस अंबर – तीसरी मंज़िल
  • जनम जनम का साथ है – तुम से अच्छा कौन है
  • मुझे कितना प्यार है तुमसे – दिल तेरा दीवाना

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